#Hindi Quote

कभी भी शादियों के भोजन की बुराई मत करना, कोई पिता वर्षो कमाता है एक दिन की दावत के लिए।

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अगर किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है और सुंदर दिमाग से सुंदर सा देश बनाना है, तो मुझे अटलता से लगता है कि तीन प्रमुख सामाजिक सदस्य हैं जो बदलाव ला सकते हैं। वे पिता, माता और गुरु हैं।
एक भाई पिता-माता का भी रोल अदा करता है।
रूठे हुए को मनाना जिंदगी है, दुसरों को हंसाना जिंदगी है। कोई जीतकर खुश हुआ तो क्या हुआ, सब कुछ हारकर मुस्कुराना भी जिंदगी है।
आपके माता-पिता के सिवा ऐसा कोई नहीं है, जो आपको खुद से ज्यादा सफल देखना चाहता है!
इंसान का ‘ज़मीर’ और शतरंज का ‘वज़ीर’ एक जैसा होता है क्योकी अगर दोनो मर गए, तो खेल खत्म
गुरुर किस बात का साहब, आज मिट्टी के उपर, तो कल मिट्टी के निचे
झूठ इसलिए बिक जाता है, क्योंकि सच खरीदने की हैसियत सबकी नही होती।
सारी उम्र गुज़री यूं ही रिश्तों की तुरपाई में, मन के रिश्ते पक्के निकले, बाकि उधड़ गए कच्ची सिलाई में
मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िंदगी में, बस हम गिनती उसी की करते है, जो हासिल न हो सका
बेटे की ओर से पिता के लिए विचार