#Hindi Quote
More Quotes
न जाने किस कॉलेज से ली थी मोहब्बत की डिग्री उसने ! जितने भी मुझसे वादे किये थे सब फ़र्ज़ी निकले.
मेरी गलती मुझसे कहो दूसरों से नहीं क्योंकि सुधारना मुझे है उनको नहीं
माना दूरियां कुछ बढ़ सी गई है, मगर तेरे हिस्से का वक्त हम आज भी तनहा गुजरते हैं
अब बात नफरत की है तो नफरत ही सही।
किसी से नफरत रखने में उतना मजा नहीं है जितना उसे माफ कर भुला देने में है।
बड़ी अजीब होती है ये यादें, कभी हसा देती है, कभी रुला देती है
ज़िंदगी ना कर जिद उनसे बात करने की, वो बड़े लोग हैं अपनी मर्जी से बात करेंगे
तुम नफरत का धरना
सबर मेरा कोई क्या ही आजमाएगा, मैंने हंस के छोड़ा है उसे जो मुझे सबसे प्यारा था
कुछ पल का साथ देकर तुमने, पल पल के लिए बेचैन कर दिया