#Quote
More Quotes
किसी भी चीज़ के लिए अपनी अहमियत को कम मत समझो, क्योंकि आत्मसम्मान से बड़ा और कुछ है !
चार युगों में सिमटी श्रृष्टि, चार पहर का सन्नाटा है बहन तुम्हारे कदमों में बैठ, मन मेरा निश्चल हो जाता है-मयंक विश्नोई
तेरे साहस को सलाम बहन, तेरे जज़्बातों में जान है तेरे आँचल में पलने वाला, तेरे तप से बना महान है-मयंक विश्नोई
जो समस्याएं तुम्हें सताने लगे, कोई तुम पर उंगली उठाने लगे डरना नहीं-घबराना नहीं, बहन एक बार बढ़े क़दम को पीछे हटाना नहीं-मयंक विश्नोई
बहना दूर होकर तुमसे, काल के कुचक्र में फंसकर मजबूर हूँ हर संकट का डटकर सामना करूंगा क्योंकि मैं तुम्हारा कोहिनूर हूँ-मयंक विश्नोई
तू लड़ती है-झगड़ती है, सुन बहना मेरी रक्षा भी तू ही करती है ये पीड़ाएं मुझे छूं न पाए, क्यों इस चिंता से तू इतना डरती है
ख़ुद को कमज़ोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
जिंदगी कभी हैरान करती है, कभी परेशान करती है, पर जब बहुत दुख होता है, तो ऊपर वाले को मेहरबान करती है।
कोई तुम्हारा साथ न दे तो गम न कर, खुद से बड़ा दुनिया में कोई हमसफ़र नहीं होता!
जिसने भी किया है कुछ बड़ा वो कभी किसी से नहीं डरा।