#Quote
More Quotes
अँधेरे में परछाईं भी अपना साथ छोड़ देती है।
अजीज भी वो है, नसीब भी वो है, दुनिया की भीड़ में करीब भी वो हे, उनकी दुआओं से ही चलती है जिंदगी, क्योंकि खुदा भी वो है, तकदीर भी वो है।
समझ में सुधार करने से दो उद्देश्य पूरे होते हैं: पहला, अपना ज्ञान बढ़ाना; दूसरा, हमें उस ज्ञान को दूसरों तक पहुँचाने में सक्षम बनाना। - जॉन लॉक
सच्ची बुद्धिमानी तब हममे से प्रत्येक व्यक्ति के पास आती है, जब हम यह जान जाते हैं कि हम जीवन के बारे में, अपने बारे में और अपने चारों ओर के संसार के बारे में कितना कम समझते हैं। – सुकरात
सच्चा प्रेम समझ से उत्पन्न होता है।
हर चमकती हुई चीज़ सोना नहीं होती।
मेरा परिवार मेरी ताकत और मेरी कमज़ोरी है।
जब जागो तब सवेरा।
मित्रता सबसे शुद्ध प्रेम है।
ख़ुद को कमज़ोर समझना सबसे बड़ा पाप है।