#Hindi Quote
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जिसका दिल ग़म की तन्हाइयों में उजड़ गया हो, वो बाहर से कितना ही सेहतमंद लगता हो, लेकिन अंदर से तो बीमार ही रहता है
दुःख तुमने मुझे नहीं दिया है मैंने अपने आप को
मैं ज़िन्दगी से नहीं अपने आप से नाराज़
न जाने किस दरबार का चिराग़ हूँ मैं , जिसका दिल करता है जलाकर छोड़ देता है
आंखें खुली रखो तो आंसूं भी काले और बंद करू तो सपने भी
हमें तो अपनों ने लूटा गैरों में कहाँ दम था मेरी किश्ती थी डूबी वहां
कितना अजीब भ्रम है ये मानना कि सुन्दरता
दर्द की दवा न हो तो दर्द को ही दवा समझ
ना कोई तरंग है, ना कोई उमंग है मेरी ज़िन्दगी भी क्या एक कटी पतंग
प्यार हम दोनों ने किया मगर तड़पना सिर्फ मेरे नसीब