#Hindi Quote
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दुख तो मुफ्त में मिलते है लेकिन सुख की कीमत तो देनी ही
फ़रियाद कर रही है तरसी हुई निगाह, किसी को देखे हुए अरसा हो गया है।
मैं ज़िन्दगी से नहीं अपने आप से नाराज़
जिसका दिल ग़म की तन्हाइयों में उजड़ गया हो, वो बाहर से कितना ही सेहतमंद लगता हो
ना कोई तरंग है, ना कोई उमंग है मेरी ज़िन्दगी भी क्या एक कटी पतंग
दर्द की दवा न हो तो दर्द को ही दवा समझ
सभी खुशहाल परिवार एक दुसरे से मिलते जुलते हैं, हर एक नाखुश परिवार अपने ही किसी कारण से
हमें तो अपनों ने लूटा गैरों में कहाँ दम था मेरी किश्ती थी डूबी वहां
कितना अजीब भ्रम है ये मानना कि सुन्दरता
दुःख तुमने मुझे नहीं दिया है मैंने अपने आप को