#Hindi Quote
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हलके-हलके बढ़ रही है चेहरे की लकिरें; लगता है, नादानी और तजुर्बे का बंटवारा हो रहा है
न जाने कितने ही रिश्ते खत्म कर दिये इस भ्रम ने कि मैं सही हूं, सिर्फ मैं ही सही हूं
तू जिंदगी को जी, उसे समझने की कोशिश न कर। चलते वक्त के साथ चल, उसमें सिमटने की कोशिश न कर।
सारी उम्र गुज़री यूं ही रिश्तों की तुरपाई में, मन के रिश्ते पक्के निकले, बाकि उधड़ गए कच्ची सिलाई में
देर से बनो लेकिन जरूर कुछ बनो, लोग वक्त के साथ खैरियत नहीं पूछते है, वे हैसियत पूछते हैं
ठुकरा दिया जिन्होंने मुझे मेरे वक्त को लेकर ऐसा वक्त लाऊंगा की मिलेंगे मुझसे वो लोग थोड़ा वक्त लेकर।
जिंदगी में हर जगह हम जीत चाहते है..सिर्फ फूलवाले की दुकान ऐसी है, जहाँ हम कहते है की हार चाहिए..क्योकि हम मगवान से जीत नहीं सकते
लोग आपको नहीं आपके अच्छे वक़्त को अहमियत देते हैं
गुरुर किस बात का साहब, आज मिट्टी के उपर, तो कल मिट्टी के निचे
पर वक़्त बीत रहा है कागज के टुकड़े कमाने के लिए।