#Hindi Quote
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घायल तो यहां हर परिंदा है। मगर जो फिर से उड़ सका वहीं जिंदा है।
व्यक्ति कर्मों में जीता है वर्षों में नहीं
घायल तो यहां हर परिंदा है. मगर जो फिर से उड़ सका वहीं जिंदा है.
अपनी पीठ की मजबूती को बढ़ाए, शाबाशी और धोखा दोनों पीछे से ही मिलते है।
ऐसी दुनिया का आगाज़ करो जो कल करो सो आज़ करो - चंदन की कलम
कौन समझता है किसी को कोई यहां झूठे दिलासे, कोरा सा अपनापन मिलता है मुफ्त में यहां।
घायल तो यहां हर परिंदा है
लम्हे तो है बीते सारे लेकिन लगते है आज भी जैसे हो वो कल
दुसरों से अपेक्षा रखने के बजाय उनकी तारीफ करना सीखें, आपके लिए दुनिया ही बदल जाएगी
स्कुल की परिक्षाये भलेही रद्द की गयी हो। जिंदगी की बडी कठीण परीक्षा की घडी है..ये देनी ही होगी।