#Quote
More Quotes
थोड़ा डुबूंगा, मगर मैं फिर तैर आऊंगा, ऐ ज़िंदगी, तू देख, मैं फिर जीत जाऊंगा
अपनी पीठ से निकले खंजरों को जब गिना मैंने, ठीक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने
यदि हर सुबह नींद खुलते ही किसी लक्ष्य को लेकर आप उत्साहित नहीं है, तो आप जो नहीं रहे जिंदगी सिर्फ काट रहे है
पर यह जिंदगी है, जो अपनी स्पीड को तेज बरकरार रखती है।
अज़ीज़ इतना ही रक्खो कि जी सँभल जाए अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए
मेरी जिंदगी एक बंद किताब है, जिसे आज तक किसी ने खोला नहीं, जिसने खोला उसने पढा नही, जिसने पढा उसने समझा नही, और जो समझ सका वो मिला नहीं।
अपनी ख़ुशी की जिम्मेदारी आप खुद सम्भालो, इसको किसी दूसरे के हाथो में मत जाने दो।
ज़िंदगी में कभी खुद से तो कभी सब से लड़ना पड़ता है, ज़िंदगी क्या है, इस सवाल को पहले समझना पड़ता है।
अगर आप चाहोगे तो बदल जाएगी , ये ज़िंदगी आपकी इतनी तो सुनती ही है।
इंसान एक ऐसा ग़ाफिल मंसूबा साज़ है कि वह अपनी सारी जिंदगी की प्लानिंग में कभी अपनी मौत को शामिल ही नहीं करता।