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निगाहों में मजे थी, गिरे और गिर कर संभलते रहे,

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भले ही आप कपड़े पहनने में लापरवाही है पर अपनी आत्मा को दुरुस्त रखिए।
कश्तियां बदलने की जरुरत नहीं दिशाओं को बदलो तो किनारे खुद ब खुद बदल जाते हैं!
विधा एक कामधेनु के समान है जो हर मौसम में अमृत प्रदान करती है वह विदेश में एक माता के
निगाहों में मजे थी, गिरे और गिर कर संभलते रहे,हवाओं ने खूब कोशिश की, मगर चिराग आंधियों में जलते रहे।
जो सही करने की हिम्मत उसी में आती है जो गलती करने से नहीं डरते है I
सपनों को सच करने से पहले सपनों को ध्यान से देखना होता है.
नजर को बदलो तो नजारे बदल जाते हैं , सोच को बदलो तो सितारे बदल जाते हैं
हम जो कुछ भी है वह हमने आज तक क्या सोचा इस बात का परिणाम है यदि कोई व्यक्ति बुरी सोच के साथ बिताया काम करता है तो उसे कष्ट ही मिलता है यदि कोई व्यक्ति शुद्ध विचारों के साथ बोलता है या काम करता है तो उसकी परछाई की तरह खुशियों उसका साथ कभी नहीं छोड़ती।
पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे फिर वह आप पर हसेंगे फिर वह आप से लड़ेंगे और तब आप दिख जाएंगे ।
समान है जो रक्षण एवं हितकारी होती है l