#Quote

ईश्वर या कोई और आपसे प्यार करता है या नहीं, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आपका स्वयं का प्रेमपूर्ण होना ही आपके जीवन को सुखद व मीठा बनाता है।

Facebook
Twitter
More Quotes
योग एक जबरदस्त प्रेम प्रसंग है। यह जीवन के हर रूप और हर आयाम को शामिल करने की प्रक्रिया है।
तर्क से परे भी एक जगह है। जब तक आप वहां नहीं पहुंचते, आप न तो प्रेम की मिठास को जान पाएंगे और न ही ईश्वर को।
प्यार एक इच्छा है, चाह है कि आप किसी को अपना एक भाग बना लें। ये एक संभावना है कि दूसरे को ख़ुद में शामिल कर के आप जो हैं, उससे ज्यादा हो जायें।
दिल में बसा लोगे भगवान की सूरत, तो जिंदगी हो जाएगी बेहद खूबसूरत ।
जिन लोगों को प्यार नहीं मिलता, सिर्फ वो ही ऐसी कल्पना करते हैं कि ईश्वर प्रेम है। प्यार तो एक मानवीय भावना है।
जो लोग अपने दिमाग के कचरे को एक किनारे रख देते हैं, सिर्फ वे ही करुणा और प्रेम करने के वाकई काबिल होते हैं।
मोहब्बत थी इसलिए जाने दिया जिद होती तो पलंग पर होती और पलंग चू चू कर रही होती.
ईश्वर से कोई भी प्रेम कर सकता है क्योंकि वह आपसे कुछ नहीं मांगता। पर अपने पास खड़े व्यक्ति से प्रेम करने की कीमत जीवन से चुकानी पड़ती है।
तर्क से परे एक आयाम है। जब तक आप वहां नहीं पहुंच जाते, आप ना तो प्रेम की मधुरता, ना ही ईश्वर को जान पाएंगे ।
तुमसे मिलकर बात करके जो खुशी होती है वह खुशी आज तक किसी से मुझे नसीब नहीं हुई..