#Hindi Quote
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मुझे रख दिया छांव में, खुद जलते रहे धूप में, मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता, अपने पिता के रूप में।
हमेशा अपने विचारों शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें।
शुद्ध विचार किसी भी जहर से नहीं मरते, और अशुद्ध विचार किसी भी दवा से नहीं रुक
अगर आप चाहोगे तो बदल जाएगी ये ज़िंदगी आपकी इतनी तो सुनती
दुःख तुमने मुझे नहीं दिया है मैंने अपने आप को
जिन्होंने समय पर साथ दिया उन रिश्तों की कद्र समय से भी ज्यादा करना चाहिए
घर की बाते जब मोहल्ले में पहुंच जाएंगी तो जमे जमाए घर की
बेटी की तरफ से अपने पिता के लिए
दुनिया से दोस्ती अच्छी है मगर भगवान की यारी की तो
ज़िंदगी जो देदे ख़ुशी से ले लेना चाहिए मगर बदले में जो आपसे बन सके