#Hindi Quote
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दोस्ती में भी उतार चढाव होते हैं। आपके मन अलग होते हैं, कभी कभी आप दोनों अलग हो जाते हैं, लेकिन फिर वापस एक साथ हो जाते हैं। यही तो दोस्ती हैं।
वो मुश्किल दौर ही होता है जो इंसान को मज़बूत बना देता है ताकी वो हीरे की तरह चमक सके
मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिजा नहीं है
ऐ दोस्त तुझ को रहम न आए तो क्या करूँ दुश्मन भी मेरे हाल पे अब आब-दीदा है
मैं फ़ायदा देखता तो दोस्ती यहाँ तक नहीं पहुंचती, मैं तुझ जैसा होता तो दोस्ती इश्क में नहीं बदलती।
यह दुनिया सिर्फ उनका हाल-चाल पूछती है, जिनके हालात ठीक है, तकलीफ में रहने वालों के तो फोन नंबर खो जाते हैं।
हम उनसे तो लड़ लेंगे जो खुलेआम दुश्मनी करते है, लेकिन उनका क्या करे जो लोग मुस्कुरा के दर्द देते है।
मुनाफा का तो पता नहीं लेकिन बेचने वाले तो यादों को भी कारोबार बना कर बेच
हटाए थे जो राह से दोस्तों की वो पत्थर मिरे घर में आने लगे हैं
जो आपके सबसे करीब होता है, वही आपको सबसे ज्यादा दुःख देने का सोचता है।