#Hindi Quote

जमाने में वही लोग हम पर उंगली उठाते हैं जिनकी हमें छूने की औकात नहीं

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एक दिन वर्षों का संघर्ष बहुत खूबसूरत तरीके से तुमसे
तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया
मुनाफा का तो पता नहीं लेकिन बेचने वाले तो यादों को भी कारोबार बना कर बेच
खुद की तरक्की में इतना वक़्त लगा दो
ज़माने लगते है सुबह होने में, जिन्हें रात को नींद नहीं आती I
हर छोटा बदलाव बड़ी कामयाबी का हिस्सा होता
अपने लक्ष्य के लिए जोशीले और जुनूनी बनिए
जो रातों को कोशिशों में गंवा देते हैं, वहीं सपनों की चिंगारी को और हवा
कामयाब होने के लिए अकेले ही आगे बढ़ना पड़ता है
अजीब दस्तूर है ज़माने का, अच्छी यादें पेनड्राइव में और बुरी यादें दिल में रखते है