#Hindi Quote

More Quotes
एक व्यक्ति द्वारा स्वामी विवेकानंद से पूछा गया, सब कुछ खोने से ज्यादा बुरा क्या है ? स्वामी जी ने उत्तर दिया की “वो ऊमीद खोना जिसके भरोसे पर हम सब कुछ वापस पा सकते है!
जिंदगी में एक दौर ऐसा भी आएगा जब तुमसे जलने वाले, खुद ही जलकर राख हो जाएंगे!
शब्द ही इंसान का आइना होते हैं, शक्ल तो उम्र और समय के साथ बदल
अपने सपनों का पीछा करो, न कि अपने समय का। सपने खुद आपके पास आएंगे और समय भी आपके पास होगा।
समय सीमा पर काम खत्म कर लेना काफी नहीं है, मैं समय सीमा से पहले काम खत्म होने की अपेक्षा करता हूं।
मैंने सीखा, कि प्रेरणा एक ताकत की तरह नहीं होती है, न ही शक्तिशाली बाते है और न ही ये हमें प्रयास करने में मदत करती है, बल्कि यह एक ऐसी चिंगारी है जो धीरे धीरे और चुपचाप और हर समय हमारे अंदर जलती रहती है ।
न कर फ़िक्र की जमाना क्या सोचेगा, ज़माने को अपनी ही फ़िक्र से फुरसत कहाँ!
हार मत मानो, हंमेशा अगला मौका ज़रूर आता है!
सपने वो नहीं जो हम सोते समय देखते हैं, सपने वो हैं जो हमें सोने नहीं देते।
मैं सही फैसले लेने में यकीन नहीं करता