#Hindi Quote

हवाओं ने खूब कोशिश की, मगर चिराग आंधियों में जलते रहे।

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घायल तो यहां हर परिंदा है, मगर जो फिर से उड़ सका वहीं जिंदा
भले ही गिनती के चार हो मगर, जो दोस्त हो वो वफादार हो।
मैं उस दरख्त की तरह हूं जिसके पत्ते रोज गिरकर जमीन पर बिखर जाते हैं, लेकिन वह हवाओं से अपना रिश्ता कभी नहीं बदलता।
हवाओं ने मुझे हताश करने की बहुत कोशिश की, मैं वह परिंदा बना जिसने ऊंची उड़ान भरना सही समझा।
मगर लोग मोहब्बत का सुबूत ज़रूर मांगते है।
भले ही आप कपड़े पहनने में लापरवाही है पर अपनी आत्मा को दुरुस्त रखिए।
समय सीमा पर काम खत्म कर लेना काफी नहीं है, मैं समय सीमा से पहले काम खत्म होने की अपेक्षा करता हूं।
पहले वह आप पर ध्यान नहीं देंगे फिर वह आप पर हसेंगे फिर वह आप से लड़ेंगे और तब आप दिख जाएंगे ।
सपनों को सच करने से पहले सपनों को ध्यान से देखना होता है.
जब भाईयों में काफी प्रेम होता है तो घर की तरक्की भी खूब होती है।