#Hindi Quote
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वो दिन नहीं वो रात नहीं वो पहले जैसे जज़्बात नहीं, होने को तो हो जाती है बात अब भी मगर इन बातों में वो बात नहीं।
ऐसी बेरुखी भी देखी है हमने के लोग, आप से तुम तक तुम से जान तक, फिर जान से अनजान तक हो जाते ।
छोटी-छोटी बातों पर हमें अपना सम्मान करना आना चाहिए, ऊपरवाले ने हमें यूं ही तो नहीं बनाया होगा।
खुद को सम्मान दीजिए, क्योंकि जब आप अपने आप में सम्मान करते हैं, तभी कोई दूसरा आपको सम्मान दे सकता है।
बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना, क्या होता है अकेला पन।
स्वयं का सम्मान ही सबसे बड़ा आत्मसंतोष है।
घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हुए।
खुद का भला करना एक और तरह का सम्मान है।
आपको खुद की सम्मान करनी चाहिए, चाहे अन्य लोग इसे समझें या ना समझें।
आपको खुद की सम्मान करनी चाहिए, क्योंकि जब आप इसे करते हैं, तो आप उच्चतम गति के विचारों और लक्ष्यों की ओर बढ़ने लगते हैं।