#Hindi Quote
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ऐसी बेरुखी भी देखी है हमने के लोग, आप से तुम तक तुम से जान तक, फिर जान से अनजान तक हो जाते ।
खुद को सम्मान दीजिए, क्योंकि जब आप अपने आप में सम्मान करते हैं, तभी कोई दूसरा आपको सम्मान दे सकता है।
नहीं बदल सकते हम खुदको औरों के हिसाब से, एक लिबास मुझे भी दिया है, खुदा ने अपने हिसाब ।
हमे तुमसे प्यार कितना ये हम नहीं जाणते मगर जी नहीं सकते तुम्हारे बीना।
घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हुए।
आपको आपकी सम्मान करनी चाहिए, क्योंकि जब आप खुद को सम्मान करते हैं, तो आपकी दूसरों की सम्मान बढ़ जाती है।
वो दिन नहीं वो रात नहीं वो पहले जैसे जज़्बात नहीं, होने को तो हो जाती है बात अब भी मगर इन बातों में वो बात नहीं।
स्टेशन जैसी हो गयी है ज़िन्दगी, जहां लोग तो बहुत है, पर अपना कोई नह।
खामोश चहरे पर हजारों पहरे होते है, हस्ती आंखो में भी ज़ख्म गहरे होते है
हुआ तो कुछ भी नहीं, बस थोड़े से ख्वाब टूटे हैं, और थोड़े से लोग बिछड़े ह।