#Hindi Quote

हर रक्षा बंधन मैं अपने मन के भीतर तुम्हारी सुख, समृद्धि का संकल्प लेता हूँ।

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हर दुःख आने वाले सुख की चिठ्ठी होती है, और हर नुक्सान होने वाले फायदे का
दुख तो मुफ्त में मिलते है, लेकिन सुख की कीमत तो देनी ही पड़ती है
जो है जैसा-वैसी तुम हो, कहीं सख्त-कहीं मुलायम सी बहन तुम्हें सदा लाड मिलेगा, मैं करूंगा तुम्हारी हिफाज़त भी -- मयंक विश्नोई
सुख निर्मल सुबह की भाँति होता है, जो माँगने पर नहीं जागने पर मिलता है
परिवार का तुम पर स्नेह बड़ा, मैं भी तुम पर गर्व करता हूँ बहन तुम्हें खुश रखने का ही मैं अपना धर्म समझता हूँ -- मयंक विश्नोई
बिना दुख के सुख की कोई अहमियत नहीं होती इसलिए दुख से कभी घबराओ मत।
रक्षा बंधन के पावन अवसर पर, भाई के नाम दिल से खुशियों की बरसात करती हूँ। आपके साथ बड़ी खुशियों की उम्मीद करती हूँ।
उसकी छाया में चलकर, उसका ही साया बनना है खुशियों की खातिर उसकी पीड़ाओं से भी लड़ना है कैसे न हो गर्व मुझे, उसका भाई होने पर जो मुझ जुगनू को रोशन करती, वो बस मेरी बहना है
जिस भाई की कलाई पर बहन रक्षा सूत्र बंध जाता है कर्मों से होकर फिर महान, वह भाई वीर बन जाता है -- मयंक विश्नोई
मैं निकला सुख की तलाश में, रास्ते में खड़े दुखों ने कहा, ‘हमें साथ लिए बिना, सुखों का पता नहीं मिलता जनाब।