#Hindi Quote
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हज़ारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब, इसी का नाम है ज़िंदगी चलते रहिए जनाब- गुलज़ार
मैने दिल के दरवाजे पर लिखा था अंदर आना मना है, इश्क मुस्कुराता हुआ बोला माफ करना मैं अंधा हु..!!!
मैं बेचैन सा लगता हूं वो राहत जैसी लगती हैं मैं खो जाता हूं ख्वाबों में वो भीतर मेरे जगती हैं !
सवाल ज़हर का नही था, वो तो मैं पी गया, तकलीफ तो लोगो को तब हुई, जब मैं जी गया.!!!
हकीकत भूल गए थे हम, जब से ख़्वाबों के पीछे चलना शुरू किया है I
जब ये यकीन हो गया अब हम कभी नही मिल सकते, फिर सबसे पहले तेरा नंबर तेरे नाम से सेव किया.!!!
तुम्हारे बगैर ये वक्त ये दिन ये रात, गुज़र तो जाते है पर गुजारे नही जाते..!!!
जब उन्हे पाने के काबिल हुए हम, वो किसी और को हासिल हो गए..!!!
खामोश चहरे पर हजारों पहरे होते है, हस्ती आंखो में भी ज़ख्म गहरे होते है
मुस्कुराते हुए इंसान को कभी जब देखना, हो सकता है रूमाल गिला मिले