#Hindi Quote
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किसी की निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को नहीं छोड़े, क्योंकि अक्सर लक्ष्य मिलते ही निंदा करने वालों की राय बदल जाती है।
ज़िन्दगी में अगर गुलाब की तरह खिलना है तो कांटों से तालमेल की कला को सीखना ही होगा।
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है, जैसे रेत मुठ्ठी से फिसलती है कुछ खोकर पछताना क्यों, ज़िंदगी जैसी भी है बस एक ही बार मिलती है।
ज़िन्दगी भी अक्सर कमाल करती है, कभी देती है जवाब तो कभी सवाल करती है।
सोने से तो बस नींद पूरी होती है सपना पूरा करने के लिए तो उठना पड़ता है।
ख़ुशी के लिए काम करोगे तो ख़ुशी नहीं मिलेगी, लेकिन ख़ुश होकर काम करोगे तो ख़ुशी जरूर मिलेगी।
ज़िंदगी में कभी खुद से तो कभी सब से लड़ना पड़ता है, ज़िंदगी क्या है, इस सवाल को पहले समझना पड़ता है।
निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को ना छोड़े, क्योंकि लक्ष्य मिलते ही अक्सर निंदा करने वालों की राय बदल जाती हैं।
इंसान का सारा ध्यान आज बस इस बात पर है कि ज़िंदगी जीने के तरीकों में कैसे सुधार किया जाए।
परेशानियां किसके सामने नहीं हैं, यदि जीवन में परेशानियां हैं तो इसका मतलब यह तो नहीं कि खुश रहना ही बंद कर दिया जाए।